स्टीव जॉब्स || Steve Jobs || Carrer || आरंभिक करियर || Education || कॉलेज || Parents || Motivational Biography || Inspirational Story || Success Story || Failure || Facts || इंटरेस्टिंग फैक्ट्स || Death || Jivni ||

 












स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फरवरी 1955 को कैलीफोर्निया के सेंट फ्रांसिस्को में हुआ था. इनके असली माता पिता जोअन्नी सिम्पसन एवं अब्दुलफत्तः जन्दाली थे. जन्दाली एक मुस्लिम थे, जो सीरिया के थे, जबकि जोअन्नी एक कैथलिक इसाई थी. दोनों एक दुसरे के करीब आ गए थे, और स्टीव का जन्म हुआ. इन दोनों का रिश्ता जोअन्नी के पिता को मंजूर नहीं था, इसलिए जन्म के बाद स्टीव को किसी को गोद देने का फैसला किया गया | जॉब को गोद देने के लिए पहले जिस जोड़े का चुनाव हुआ था, वे पढ़े लिखे अमीर परिवार से थे, लेकिन उस जोड़े का अचानक मन बदल गया और उन्होंने लड़के की जगह लड़की गोद ले ली. इसके बाद जॉब्स को पॉल और क्लारा को गोद दिया गया|

पॉल एक मिकेनिक थे, जबकि क्लारा एक एकाउंटेंट| जॉब्स के जैविक माँ चाहती थी कि उसे एक अच्छी पढ़ी लिखी फैमली गोद ले, लेकिन पॉल और क्लारा ने अपनी कॉलेज की पढाई भी पूरी नहीं की थी | जॉब्स को गोद लेने के पहले उन्होंने जोअन्नी को आश्वासन दिया कि वे जॉब्स को कॉलेज जरुर भेजेंगें|

जॉब्स को गोद लेने के बाद पॉल और क्लारा 1961 में कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में रहने आ गए| यहाँ जॉब्स की पढाई शुरू हुई और वे बड़े होने लगे. यहाँ उनके पिता पॉल ने जीविका चलाने के लिए एक गैरेज खोल लिया | जॉब्स को बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक समान से छेड़ छाड़ करना अच्छा लगता था, वे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक समान को पहले तोड़ते और जोड़ते थे. स्टीव एक अच्छे विद्यार्थी थे, लेकिन उन्हें स्कूल जाना पसंद नहीं था, वे वहां से बोर हो गए थे. स्टीव को अपनी उम्र के बच्चों से दोस्ती करने में परेशानी होती है, वे हमेशा क्लास में अकेले ही बैठे रहते थे. 13 साल की उम्र में उनकी मुलाकात वोजनिआक से हुई, वोजनियाक भी स्टीव की तरह होशियार थे, जिनका मन इलेक्ट्रॉनिक में लगता था. दोनों में जल्दी ही गहरी दोस्ती हो गई|




स्टीव जॉब्स कॉलेज (Steve Jobs education) –

हाई स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद स्टीव का दाखिला ऑरेगोन के रीड कॉलेज में हुआ. यह एक बहुत महंगा कॉलेज था, जिसकी फीस पॉल और क्लारा मुश्किल से जमा कर रहे थे. अपने बेटे की अच्छी शिक्षा के लिए उन्होंने अपने जीवन की पूरी जमा पूंजी लगा दी थी. यही जॉब्स की मुलाकात क्रिस्टन ब्रेन्नन से हुई. थोड़े ही दिनों में स्टीव को अहसास हुआ कि वे इस कॉलेज में आकर अपने माँ बाप के पैसे बर्बाद कर रहे है, यहाँ रहकर उन्हें भविष्य में कोई फायदा नहीं मिलेगा. उन्होंने कॉलेज छोड़ने का फैसला ले लिया, उनके इस फैसले में क्रिस्टन ब्रेन्नन भी उनके साथ खड़ी रहीं. स्टीव अब रोज कॉलेज नहीं जाते थे, वे यहाँ सिर्फ वो ही क्लास अटेंड करते थे, जिसमें उन्हें इंटरेस्ट था. यहाँ उन्होंने कैलीग्राफी क्लास अटेंड की.

इस समय स्टीव के पास बिलकुल पैसे नहीं हुआ करते थे, वे अपने दोस्त के कमरे में फर्श में सोया करते थे. खाना खाने के लिए उन्होंने कोक की बोतल बेंच कर पैसे कमाए थे. इसके साथ ही वे हर रविवार को हरे कृष्णा मंदिर जाते थे, जहाँ उन्हें मुफ्त में भर पेट खाना मिलता था |



               स्टीव जॉब्स आरंभिक करियर 

(Steve Jobs career history) –

1972 में स्टीव अटारी नामक विडियो गेम डेवलपिंग कंपनी में काम करने लगे. कुछ समय बाद इनका यहाँ भी मन नहीं लगा और कुछ पैसे इक्कठे कर वे 1974 में भारत घुमने चले गए. इंडिया में उन्होंने 7 महीने गुजरे, इस दौरान उन्होंने बुद्ध धर्म के बारे में जानने के लिए पढाई की. यहाँ उन्होंने दिल्ली, उत्तरप्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश का बस से ट्रिप किया. 7 महीने के बाद स्टीव अमेरिका वापस चले गए और वहां जाकर उनका जीवन बदल गया. उन्होंने अपने सर को मुंडवा दिया, और सन्यासी जैसा वेश धारण कर लिया. जॉब्स ने एक बार फिर अटारी में जॉब ज्वाइन कर ली और वे अपने माँ बाप के साथ रहने लगे।

                   एप्पल फाउंडर 

(Steve Jobs Apple history) –



जॉब्स और वोजनियाक एक बार फिर अच्छे दोस्त बन गए, और साथ में काम करने लगे ।दोनों का कंप्यूटर में बहुत मन लगता था। वोजनियाक अपना खुद का कंप्यूटर बनाना चाहते थे, उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स की अच्छी समझ थी  इसलिए इन्होने एक पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण किया। जॉब्स ये देख बहुत प्रसन्न हुए और उन्हें ख्याल आया कि वे दोनों मिलकर एक कंप्यूटर बनाने की कंपनी खोलें और कंप्यूटर बनाकर बेचें। 1976 में जॉब्स और वोजनियाक ने मिलकर जॉब्स के गैरेज में कंप्यूटर पर काम शुरू किया। उन्होंने एक कंपनी खोली और उसका नाम ‘एप्पल (Apple)’ रखा। इस समय जॉब्स की उम्र मात्र 21 साल थी । एप्पल कंपनी के पहले कंप्यूटर का नाम एप्पल 1 रखा गया।

कुछ समय बाद वोजनियाक ने एप्पल 2 में काम शुरू कर दिया। इसे बनाने के बाद उसे कुछ इन्वेस्टर के सामने रखा गया और जॉब्स और वोजनियाक ने कई जगह इन्वेस्टर को इसमें इन्वेस्ट करने के लिए मनाने की कोशिश की।  एप्पल 2 को लोगों ने बहुत पसंद किया।  कंपनी बहुत जल्दी बढ़ने लगी।  1980 तक यह एक जानी मानी कंपनी बन गई। 10 साल में एप्पल कंपनी ने 2 बिलियन पैसे कम लिए  और इसमें 4 हजार लोग काम करने लगे।

एप्पल से बाहर निकाला जाना (Steve Jobs out of Apple) –

एक बड़ी कंपनी बनने के बाद एप्पल ने अपना तीसरा वर्शन एप्पल 3 और फिर उसके बाद लिसा लांच किया. (लिसा स्टीव और ब्रेन्नन की बेटी का नाम है, जिसका जन्म 1978 में हुआ था) एप्पल के ये नए वर्शन फ्लॉप रहे, वे सफल नहीं रहे. स्टीव ने मैकिनटोश (Macintosh) को बनाने में अपनी पूरी मेहनत झोंक दी।


1984 में लिसा पर बेस्ड सुपर बाउल का निर्माण किया तथा  इसे मैकिनटोश के साथ लांच किया गया। इसे बहुत सफलता मिली।

अब एप्पल IBM के साथ मिलकर पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण करने लगा, जिससे इसकी खपत भी बढ़ी, और कंपनी पर अधिक सिस्टम बनाने के लिए दबाब पड़ने लगा. इस कंप्यूटर का कांसेप्ट कभी छुपाया नहीं गया, जिस वजह से इसे कई दूसरी कंपनियों ने भी अपनाया. इन दूसरी कम्पनी के कंप्यूटर मैकिनटोश और एप्पल के मुकाबले काफी सस्ते हुआ करते थे, जिस वजह से एप्पल कंपनी को घाटा होने लगा. इसका ज़िम्मेदार स्टीव को ठहराया गया. स्टीव पर इस्तीफा देने का दबाब बनाया जाने लगा. 17 सितम्बर 1985 को स्टीव ने एप्पल कम्पनी से इस्तीफा दे दिया, इनके साथ उनके पांच और करीबियों ने भी इस्तीफा दे दिया था |



नेक्स्ट कंप्यूटर (Next Computer Steve Jobs) –

एप्पल से बाहर निकाले जाने के बाद कुछ समय तक स्टीव को समझ में नहीं आया कि वे अब क्या करें. स्टीव के अनुसार यह उनके जीवन का कठिन समय था, उन्हें लगता था, वे सामाजिक तौर पर फ़ैल हो गए, वे एक लूज़र है. लेकिन इन्ही विचारों के बीच उन्हें ये लगा कि उनका काम छिना गया लेकिन उनकी काबलियत अभी भी उनके पास है. एप्पल कैसे बनाया जाता है, ये उनसे बेहतर कौन जानता था. स्टीव ने एक बार फिर नयी शुरुआत करने का फैसला किया. उन्होंने इस मौके का फायदा उठाते हुए, ये सोचा कि अब वे आजाद है, अपने मुताबित वो जो चाहे कर सकते है और जैसे उन्होंने एप्पल बनाने समय बिना किसी के दबाब में काम किया था वैसे ही वो फिर से कर सकते है.

जॉब्स ने नेक्स्ट कंप्यूटर नाम की कम्पनी खोली, इसके लिए उन्हें एक बड़े इनवेस्टर के तौर पर रोस पेरॉट मिले. नेक्स्ट का पहला प्रोडक्ट हाई एंड पर्सनल कंप्यूटर था. 12 अक्टूबर 1988 को नेक्स्ट कंप्यूटर को एक बड़े इवेंट में लांच किया गया. नेक्स्ट का पहला वर्कस्टेशन 1990 में सबसे सामने आया, जिसकी कीमत अत्याधिक थी. नेक्स्ट, एप्पल लिसा की तरह टेक्निकली एडवांस था, लेकिन महंगा होने के कारण ज्यादा लोग इसे खरीद नहीं पा रहे थे, जिस वजह से नेक्स्ट को नुकसान का सामना भी करना पड़ा. थोड़े समय बाद ही स्टीव को यह एहसास हो गया और उन्होंने नेक्स्ट कंपनी को एक सॉफ्टवेर कंपनी में तब्दील कर दिया, जिसके बाद इसे बहुत सफलता मिली. यह वेब ऑब्जेक्ट, वेब एप्लीकेशन के लिए फ्रेमवर्क बनाकर देने लगी|

पिक्सर मूवी (Steve Jobs Pixar movies) –

1986 में स्टीव ने 10 मिलियन यूएस डॉलर में एक ग्राफिक्स कंपनी खरीदी. उसका नाम इन्होने पिक्सर रखा. शुरुवात में कम्पनी ने 3D ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर बनाकर बेचे. 1991 में पिक्सर के बाद डिज्नी की तरफ से ऑफर आया और एक फुल लेंथ फिल्म बनाने को कहा गया. डिज्नी के साथ पार्टनरशिप के बाद पिक्सर ने पहली फिल्म ‘टॉय स्टोरी’ (Toy Story) बनाई. जिसे अत्याधिक सफलता मिली. इसके बाद पिक्सर ने फाइंडिंग निमो, मोंस्टर, कार्स, वाल्ले एवं उप फिल्म बनाई. जॉब्स ने पिक्सर के द्वारा बहुत पैसा कमाया|



एप्पल में वापसी (Steve Jobs back at apple 1997) –

1996 में एप्पल ने घोषणा की कि वो 427 मिलियन डॉलर में नेक्स्ट कम्पनी खरीदने वाली है. फ़रवरी 1997 में डील फाइनल हो गई, और इसके साथ ही जॉब्स की एप्पल में सीईओ के रूप में वापसी हो गई.  एप्पल इस समय संघर्ष कर रहा था, उसे नए विचारों की जरूरत थी, जो उसे वापस ऊँचाइयों तक ले जा सके. स्टीव अब एप्पल का संचालन कर रहे थे, अब कंपनी ने बहुत से नए प्रोडक्ट लांच किये. इस समय ipod म्यूजिक प्लेयर iTunes म्यूजिक सॉफ्टवेयर को लांच किया गया. दोनों ही प्रोडक्ट बहुत सफल हुए, और दुनिया के सामने एप्पल की एक नयी अच्छी इमेज बन गई. सन 2007 में एप्पल का पहला मोबाइल फोन लांच किया गया, जिसने मोबाइल की दुनिया में क्रांति ला दी, और यह फ़ोन हाथों हाथों बिका| स्टीव अब एक स्टार बन चुके थे, और 2000 दशक के नए अविष्कारों में उनका नाम जुड़ गया था|

स्टीव जॉब्स मृत्यु

 (Steve Jobs Death) –

अक्टूबर 2003 में स्टीव को कैंसर जैसी भयानक बीमारी का पता चला. उन्हें अग्नाशय का कैंसर था. जुलाई 2004 में स्टीव की पहली सर्जरी हुई, जिसमें उनके ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया. इस समय जॉब्स मेडिकल लीव पर था, उनकी गैरहाजिरी में टीम कुक एप्पल का काम संभाल रहे थे.

2009 तक स्टीव अपने ख़राब स्वास्थ्य के साथ भी काम करते रहे, 2009 में उनकी हालत बिगड़ती चली और लीवर ट्रांसप्लांट की नौबत आ गई, अप्रैल 2009 में उनका लीवर ट्रांसप्लांट का ओपरेशन हुआ. 17 जनवरी 2011 में स्टीव ने वापस एप्पल में आकर काम शुरू किया. जॉब्स का स्वास्थ्य अभी भी उन्हें इसकी इजाज़त नहीं देता था, लेकिन स्टीव को अपने काम से बहुत प्यार था और वे उसे अपने स्वास्थ्य से भी उपर रखते थे.

24 अगस्त 2011 को जॉब्स ने एप्पल के सीईओ पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी.  उन्होंने लिखित तौर पर अपना इस्तीफा एप्पल के बोर्ड्स ऑफ़ मेंबर्स को दिया  और इसके साथ ही उन्होंने अगले सीईओ के लिए टीम कुक का नाम सामने रखा।

5 अक्टूबर 2011 को कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में स्टीव जॉब्स की मौत हो गई।

पुरस्कार व उपलब्धि

सन् 1982 में टाइम मैगज़ीन ने उनके द्वारा बनाये गये एप्पल कम्प्यूटर को मशीन ऑफ दि इयर का खिताब दिया। 

सन् 1985 में उन्हे अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा नेशनल मेडल ऑफ टेक्नलोजी प्राप्त हुआ। उसी साल उन्हे अपने योगदान के लिये साम्युएल एस बिएर्ड पुरस्कार मिला। 

नवम्बर 2007 में फार्चून मैगज़ीन ने उन्हे उद्योग में सबसे शक्तिशाली पुरुष का खिताब दिया। उसी साल में उन्हे 'कैलिफोर्निया हाल ऑफ फेम' का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।

अगस्त 2009 में, वे जूनियर उपलब्धि द्वारा एक सर्वेक्षण में किशोरों के बीच सबसे अधिक प्रशंसा प्राप्त उद्यमी के रूप में चयनित किए गए। 

पहले इंक पत्रिका द्वारा 20साल पहले 1989 में 'दशक के उद्यमी' नामित किए गए। 

4 नवम्बर 2008, जाब्स् फॉर्च्यून पत्रिका द्वारा दशक के सीईओ नामित किए गए। 

नवम्बर 2010 में, जाब्स् फोरब्स पत्रिका ने उन्हे अपना 'पर्सन ऑफ दि इयर' चुना।

 21 दिसम्बर 2011 को बुडापेस्ट में ग्राफिसाफ्ट कंपनी ने उन्हे आधुनिक युग के महानतम व्यक्तित्वों में से एक चुनकर, स्टीव जॉब्स को दुनिया की पहली कांस्य प्रतिमा भेंट की।

युवा वयस्कों (उम्र 16-25) को जब जनवरी 2012 में, समय की सबसे बड़ी प्रर्वतक पहचान चुनने को कहा गया, स्टीव जॉब्स थॉमस एडीसन के पीछे दूसरे स्थान पर थे।

 12 फ़रवरी 2012 को उन्हे मरणोपरांत ग्रैमी न्यासी पुरस्कार, 'प्रदर्शन से असंबंधित' क्षेत्रों में संगीत उद्योग को प्रभावित करने के लिये मिला। 

मार्च 2012 में, वैश्विक व्यापार पत्रिका फॉर्चून ने उन्हे 'शानदार दूरदर्शी, प्रेरक् बुलाते हुए हमारी पीढ़ी का सर्वोत्कृष्ट उद्यमी का नाम दिया। 

जॉन कार्टर और ब्रेव नामक दो फिल्मे जाब्स को समर्पित की गई है।

                          स्टीव जॉब्स इंटरेस्टिंग फैक्ट्स 

(Steve Jobs interesting facts) –

·       स्टीव जॉब्स को एप्पल कंपनी का नाम, एप्पल के बगीचे में बैठे रहने के दौरान सोचा था।

·       डिज्नी पिक्सर की फिल्म ‘ब्रेव (Brave)’ स्टीव जॉब्स को समर्पित है।

·       2013 में स्टीव जॉब्स के जीवन पर ‘जॉब्स’ फिल्म बनी थी।

·       स्टीव के 3 बेटे और एक बेटी है।

फार्च्यून मैगजीन ने स्टीव को ‘ग्रेटेस्ट इंटरप्रेन्योर(Entrepreneur) ऑफ़ आवर टाइम’ का टाइटल दिया है |

Quote 1) दृढ़ता (जि़द) ही वो चीज है, जिससे मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं; जो एक सफल उद्यमी को असफल उद्यमी से अलग करती है। – स्टीव जॉब्स

Quote 2). अपने दिल और मन कि बातों पर चलने का साहस करें। क्योंकि यही वो हैं जिन्हें पता है कि आप असल में बनना क्या चाहते है? – स्टीव जॉब्स

Quote 3). जिंदगी के हर पल डॉट्स की तरह है जिन्हें आप भविष्य के लिए जोड़ नहीं सकते, ये सब पल बीत जाने के बाद जब आप अपने भूतकाल को देखोगे तो ये डॉट्स आपको जुड़े हुए दिखेगे। – स्टीव जॉब्स

Quote 4). डीजाइन सिर्फ यह नहीं है कि चीज कैसी दिखती या मह्शूश होती है। डिजाइन यह है कि चीज काम कैसे करती है। – स्टीव जॉब्स

जब आप समुद्री डांकू बन सकते है तो फिर नौसेना में जाने कि क्या ज़रुरत है? – स्टीव जॉब्स

Quote 6). प्रोडक्ट की डिजाईन का अर्थ किसी यंत्र की बाहरी बनावट नहीं हैं, डिजाईन तो इसकी कार्यविधि का मूल है। – स्टीव जॉब्स

Quote 7). सफलता की ख़ुशी मानना अच्छा है, पर उससे जरुरी है अपनी असफलता से सिख लेना। – स्टीव जॉब्स

Quote 8). जो लोग यह सोच कर पागल होते है की वे दुनिया को बदल सकते है, तो वे लोग वो होते है जो यह कर सकते हैं। – स्टीव जॉब्स

Quote 9). नयी खोज एक लीडर और एक अनुयायी के बीच अंतर करती है। – स्टीव जॉब्स

Quote 10). इस बात को याद रखना की मैं बहत जल्द मर जाऊँगा मुझे अपनी ज़िन्दगी के बड़े निर्णय लेने में सबसे ज्यादा मददगार होता है, क्योंकि जब एक बार मौत के बारे में सोचता हूँ तब सारी उम्मीद, सारा गर्व, असफल होने का डर सब कुछ गायब हो जाता है और सिर्फ वही बचता है जो वाकई ज़रूरी है। इस बात को याद करना की एक दिन मरना है…किसी चीज को खोने के डर को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। आप पहले से ही नंगे हैं। ऐसा कोई कारण नहीं है की आप अपने दिल की ना सुने। – स्टीव जॉब्स

Quote 11). मेरी जिन्दगी की सबसे प्रिय वस्तु की कोई कीमत नहीं। उसे खरीदा नहीं जा सकता और यह स्पष्ट भी है, हम सभी के पास जो सबसे कीमती संसाधन है; वह समय ही है। – स्टीव जॉब्स

Quote 12). आपका समय सीमित है, इसे दूसरों की तरह जीने में व्यर्थ न करें। ऐसे सिद्धांतों को स्वीकार न करे जो स्वयं दूसरे लोगों के विचारों के नतीजों पर आधारित हो। किसी अन्य की राय को अपनी राय न मान ले। अपनी राय खुद बनाए। अपनी अंदर की आवाज़ सुने। – स्टीव जॉब्स

Quote 13). क्या आप बाकी कि जिन्दगी चीनी-पानी बेचते हुए गुजारना चाहते है, या दुनिया को बदलने का एक मौका चाहते है? – स्टीव जॉब्स

Quote 14). मेरे जीवन के दो ही मंत्र रहे है – ध्यान केन्द्रीत रखना और सादापन। आसान जटील से कठिन हो सकता है। आपको अपने विचारों को बिल्कुल स्पष्ट बनाने के लिए; परिश्रम करना होगा, ताकि वे आसान बन सके। – स्टीव जॉब्स

Quote 15). आपका काम आपकी जिन्दगी के एक बड़े हिस्से को भर देगा और एक तरीका जिससे आप सच्चे अर्थों में संतुष्ट हो सकते है, वह यह है कि आप जिस काम को भी महान मानते है, उसे करें और महान काम करने का केवल एक ही तरीका है, जो करें उससे प्यार करें। अगर आपने अभी तक उसे पाया नहीं है तो खोज़ते रहिए। रूकिए मत। जैसा कि दिल के हर मामले में होता है, जब आप उसे खोज़ लेगें तो आप स्वयं जान जाएगें। – स्टीव जॉब्स

Quote 16). गुणवत्ता का मापदंड बनिए। कुछ लोग ऐसे वातावरण के आदि नहीं होते जहाँ उत्कृष्टता की उम्मीद की जाती है। – स्टीव जॉब्स

Quote 17). दिलचस्प विचारों और नयी प्रौद्योगिकी को कम्पनी में परिवर्तित करना जो सालों तक नयी खोज करती रहे, ये सब करने के लिए बहुत अनुशाशन की आवश्यकता होती है। – स्टीव जॉब्स

Quote 18). मेरा काम लोगों के साथ नरमी बरतना नहीं है। मेरा काम है, उन्हें और अच्छा बनाना। – स्टीव जॉब्स

Quote 19). मेरे लिए मरने के बाद कब्रिस्तान में सबसे अमीर आदमी होना कोई मायने नहीं रखता। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि रात को बिस्तर पर सोने जाते वक्त मैं ये कहूं कि – ”हम लोगों ने आज कुछ बेहतरीन काम किया हैं।” – स्टीव जॉब्स

Quote 20). आप कस्टमर से यह नहीं पूछ सकते कि वो क्या चाहते हैं और फिर उन्हें वो बना के दें। आप जब तक उसे बनायेंगे तब तक वो कुछ नया चाहने लगेंगे। – स्टीव जॉब्स

Quote 21). यदि आप वास्तव में बहुत बारीकी से देखोगे तो आप पाओगे कि रातो रात मिलने वाली अधिकतर सफलताओ में बहुत लम्बा वक्त लगा हैं। – स्टीव जॉब्स

Quote 22). क्योंकि शायद मौत ही इस जिंदगी का सबसे बड़ा आविष्कार है। – स्टीव जॉब्स

Quote 23). महान लोग और बढ़िया प्रोडक्ट्स कभी नहीं मरते। – स्टीव जॉब्स

Quote 24). कभी-कभी जिन्दगी आपके सिर पर ईट से चोट करती है, विश्वास मत खोईये। – स्टीव जॉब्स

Quote 25). महान काम करने का एक ही तरीका है, कि आप जो करें उससे प्यार करें। – स्टीव जॉब्स

Quote 26). यदि आज का दिन आपकी जिन्दगी का आखिरी दिन होता, तो क्या आप, आज जो करने वाले है, वो करेगें? – स्टीव जॉब्स

Quote 27). रचनात्मकता और कुछ नहीं, बस चीजों को मिलाना हैं। – स्टीव जॉब्स

Quote 28). कई कम्पनियों ने छंटनी करने का फैसला किया है, शायद उनके लिए ये सही होगा। हमने अलग रास्ता चुना है। हमारा विश्वास है कि अगर हम कस्टमर के सामने अच्छे प्रोडक्ट्स रखते रहेंगे तो वो अपना पर्स खोलते रहेंगे। – स्टीव जॉब्स

Quote 29). कोई प्रॉब्लम आने पर पुराने लोग पूंछते है “यह क्या है” जबकि लड़के पूंछते है “हम इसके साथ क्या कर सकते है”। – स्टीव जॉब्स

Quote 30). अगर आप कुछ करें और वह बहुत अच्छा हो जाए, तो आप वही कर लंबे समय के लिए थम न जाए। आगे बढ़ कुछ और बेहतरीन करें। साथ ही और आगे क्या बेहतरीन हो सकता है, इसके लिए प्रयासरत रहे। – स्टीव जॉब्स


Quote 31). आपका जीवन कहीं ज्यादा व्यापक हो जाता है; जब आप इस आसान से तथ्य को जान लेते है: वह सबकुछ जो आपके चारों तरफ हैं और जिसे आप जीवन कहते है, वह लोगों द्वारा बना हैं और मजेदार बात यह है कि वे आपसे अधिक बुद्धिमान नहीं है और आप उसे बदल सकते है। – स्टीव जॉब्स

Quote 32). हर किसी के पास विवेक होता है और ये वर्तमान में उन क्षणों में से होता है जिससे हमारा भविष्य प्रभावित होता है। – स्टीव जॉब्स

Quote 33). आप बिन्दुओं को आगे देखते हुए नहीं मिला सकते। उन्हें केवल पीछे देखकर ही मिलाया जा सकता है। इसलिए आपको यह विश्वास करना पड़ेगा कि किसी न किसी तरह आपके जीवन-बिन्दु भी भविष्य में जरूर मिलेगें। आपको कुछ चीजों, जैसे- दृढ़ निश्चय, भाग्य, जीवन, कर्म आदि पर विश्वास करना ही पड़ेगा। यही दृष्टिकोण मुझे कभी निराश नहीं होने देता और मेरी जिन्दगी में सारे बदलाव इसी से आए हैं। – स्टीव जॉब्स

Quote 34). अगर आप उड़ना चाहते है, तो आप उड़ सकते है। बस, अपने आप पर अधिक से अधिक भरोसा रखिए। – स्टीव जॉब्स

Quote 35). ये मेरे मंत्रों में से एक है कि ध्यान केन्द्रित करो और सरल रहो। सरल भी जटिल से ज़्यादा दृढ़ हो सकता है। – स्टीव जॉब्स

Quote 36). अपनी क्षमता के बल पर दुनिया को बताओ की आप कौन हो, तभी दुनिया आपको पहचान सकेगी। – स्टीव जॉब्स

Quote 37). आपको अपनी सोच को साफ और सरल बनाने के लिए मेहनत करनी चाहिए। मेहनत से मिली ऐसी सोच परिणाम के लिए बड़ा मूल्य रखती है क्योंकि इसे पाकर आप पर्वत को भी हिला सकते हैं। – स्टीव जॉब्स

Quote 38). आपको किसी चीज़ में विश्वास करना चाहिए। आपका साहस, नसीब, ऊर्जा या कर्म जिनमें भी आप चाहें। ये दृष्टिकोण आपको कभी गिरने नहीं देगा और जि़न्दगी में अनेंको विभिन्नतायें प्रदान करेगा। – स्टीव जॉब्स

Quote 39). कोई भी मरना नहीं चाहता है। वे लोग जो स्वर्ग जाने की इच्छा रखते हैं वो भी नहीं मरना चाहते हैं। लेकिन मौत से कभी कोई बच नहीं सका है। मृत्यु जिन्दगी का श्रेष्ठ अविष्कार है। ये जीवन को परिवर्तित करने का माध्यम है जो पुराने को मिटाकर नए की राह दिखता है। – स्टीव जॉब्स

Quote 40). मैं अपने जीवन को एक पेशा नहीं मानता, मैं कर्म में विश्वास रखता हूं, मैं परिस्थितियों से शिक्षा लेता हूं, यह पेशा या नौकरी नहीं है – यह तो जीवन का सार है। – स्टीव जॉब्स

























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