संवाद लेखन || Samvad Lekhan || Dialogue Writing || कक्षा 9 || Dialogue Writing || संवाद लेखन || Practice Questions and Sample Questions || अभ्यास कार्य व उदहारण || Class 9

 


संवाद
अर्थात् वाद मूलशब्द में सम् उपसर्ग लगाने से संवाद शब्द बना है,जिसका शाब्दिक अर्थ है –बातचीत | जिसे वार्तालाप भी कहा जा सकता है | सामान्य रूप से दो लोगों के बीच में होने वाली बातचीत को संवाद कहा जाता है तथा दो लोगों के बीच में हुई बातचीत को लिखना संवाद लेखन कहलाता है |

संवाद बातचीत की, कथोपकथन की वह शैली है जिसके अंतर्गत लेखक गद्य की चलाऊ , क्रमबद्धता को स्वीकार न करके हर पात्र को स्वतंत्र रूप से उसके नाम के साथ लिखता है और उसके सामने उसके कहे हुए मनोभावों को प्रस्तुत करता है |

संवाद लेखन में ध्यान देने योग्य बातें निम्नलिखित हैं –
1) संवाद की भाषा सरल व सहज होनी चाहिए |
2) संवाद लेखन में सरल तथा छोटे-छोटे वाक्यों का प्रयोग किया जाना चाहिए |
3) संवाद लेखन में किसी एक पात्र के कथन को बहुत लंबा नहीं खीचना चाहिए |
4) भाव व विचारों की पुनरावृत्ति से बचना चाहिए |
5) संवाद लेखन में पात्रों के मनोभाव ,विचार ,मुद्रा आदि को कोष्ठक में लिखा जाना चाहिए |
6) संवाद में भावानुसार विराम-चिह्नों का प्रयोग होता है | ये श्रोता के भावों के सही वाहक होते हैं |
7) संवाद में ओपचारिकता नहीं होती | सरस व आत्मीय संवादों का प्रयोग किया जाता है |

संवाद के कुछ उदाहरण –


1. गृहकार्य न करके लाने पर अध्यापिका और कविता के बीच की बातचीत को संवाद रूप में लिखिए |
अध्यापिका : (कविता की ओर इशारा करते हुए) कविता ! क्या तुम गृहकार्य करके लाई हो ?
कविता : (डरते हुए) नहीं | मैडम !
अध्यापिका : क्यों ?
कविता : कल मेरी माता जी की तबियत अचानक ख़राब हो गई थी इसलिए मैं अपना गृहकार्य पूर्ण नहीं कर पाई|
अध्यापिका : (सांत्वना देते हुए) कोई बात नहीं ,अब तुम्हारी माताजी कैसी हैं ?
कविता : अब वह पहले से ठीक हैं |
अध्यापिका : ठीक है कविता , तुम अपना गृहकार्य कल करके ले आना |
कविता : धन्यवाद मैडम ! मै आज ही अपना गृहकार्य पूर्ण कर लूँगी |

2. वस्तुओं की निरंतर बढ़ती मंहगाई कों लेकर दो मित्रों के बीच हुए संवाद को लिखिए |
पहला मित्र – रमा
दूसरा मित्र – सीमा
रमा – महँगाई के करण मेरा तो बाज़ार जाने का मन ही नहीं करता | समझ ही नहीं आता कि क्या लूँ और क्या न लूँ ?
सीमा – सच, महँगाई ने तो हम मध्यम परिवार के लोगों का जीना ही हराम कर रखा है |
रमा – जब घोटाले होंगे तो महँगाई तो बढ़ेगी ही |
सीमा – तुम ठीक कहती हो ! लगता है कि सरकार भूखा मारकर ही देश की जनसंख्या को घटाना चाहती है |
रमा – ठीक है आने दो चुनाव | इस बार हम इन्हें सबक सिखाते हैं |

अभ्यास प्रश्न -

1. दूरदर्शन के कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर पिता-पुत्री का संवाद |
2. घर वापस पहुँचने पर पिता और पुत्र में संवाद |











HARSH  LATA  ATRI

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